Friday, 15 September 2017

रीट की सम्भावना पर फेरा पानी,
जय हो धन्य हो महारानी ।
देखो बेरोजगार सड़कों पर भटकता है,
राजनेता बेठा आलीशान भवन में सोमरस गटकता है ।
महारानी तूने की है जनता से वादाखिलाफी,
तूने की बेरोजगारों के साथ नाइंसाफी।
पेश किया था घोषणा पत्र झूठे वादों से भरपूर ,
किया बेरोजगारों को तूने दर दर भटकने को मजबूर।
ले कर्ज उधारी युवा लगा तैयारी में,
अब जमीं बिक जाएगी देनदारी में ।
इसी कारण किसान मौत को गले लगाते है,
मानसिक तनाव के कारण युवा ब्लू व्हेल की चपेट में आ जाते है ।
पूरे प्रदेश में मचा खूब हाहाकार ,
देती रही सरकार झूठे आश्वासन बारम्बार।
किसानों का दर्द सड़कों पर फूटता है ,
फसल बर्बादी से उनका दिल टूटता है ।
कह रहा आर. एल. जाणी दिल की बात ,
सरकार क्यों बना रही किसानों का जीवन हवालात ।
हम ठहरे हिंदुस्तानी हर बात सच मान लेते हैं,
शासन के झूठे वादों को बस मान लेते है ।।

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